मात्रा / अनुपान : 1-1 टेबलेट दिन में 2 बार रोगानुसार औषधि योग और उचित अनुपान के साथ दें।
गुणधर्म एवं उपयोग : मधुमेह रोग की यह प्रसिद्ध औषधि है। मधुमेह, बहुमूत्रता, सर्वप्रकार के प्रमेह, नपुंसकता, सोम रोग, श्वेतप्रदर, योनि रोग, गर्भाशय विकार, वीर्य का पतला होना, स्त्री पुरुष के जनेन्द्रिय संबंधित विकार इत्यादि दूर करके शरीर में नई स्फूर्ति पैदा करती है। हृदय और फेफड़ों को इससे बल मिलता है। हृदय की कमजोरी, शूल, मस्तिष्क दुर्बलता, भ्रम, याददाश्त की कमी ,नींद न आना आदि विकारों को दूर करती है। विविध शक्ति बढ़ाकर धातुओं की वृद्धि कर हृदय और मस्तिक को बल प्रदान करती है। शरीर में कान्ति, ओज और शुक्र की वृद्धि करती है।
सहायक योग: चन्द्रप्रभा वटी, लोध्रादि कषाय, जाम्बुबीज घनवटी, गुडूची घनवटी, रसायन चूर्ण टेबलेट, त्रिफला गुग्गुल, गोक्षुरादि कषाय, पुनर्नवादि कषाय |
पैकिंग: 10, 25 टेबलेट।
मात्रा / अनुपान : 1-1 टेबलेट दिन में 2 बार रोगानुसार औषधि योग और उचित अनुपान के साथ दें।
गुणधर्म एवं उपयोग : मधुमेह रोग की यह प्रसिद्ध औषधि है। मधुमेह, बहुमूत्रता, सर्वप्रकार के प्रमेह, नपुंसकता, सोम रोग, श्वेतप्रदर, योनि रोग, गर्भाशय विकार, वीर्य का पतला होना, स्त्री पुरुष के जनेन्द्रिय संबंधित विकार इत्यादि दूर करके शरीर में नई स्फूर्ति पैदा करती है। हृदय और फेफड़ों को इससे बल मिलता है। हृदय की कमजोरी, शूल, मस्तिष्क दुर्बलता, भ्रम, याददाश्त की कमी ,नींद न आना आदि विकारों को दूर करती है। विविध शक्ति बढ़ाकर धातुओं की वृद्धि कर हृदय और मस्तिक को बल प्रदान करती है। शरीर में कान्ति, ओज और शुक्र की वृद्धि करती है।
सहायक योग: चन्द्रप्रभा वटी, लोध्रादि कषाय, जाम्बुबीज घनवटी, गुडूची घनवटी, रसायन चूर्ण टेबलेट, त्रिफला गुग्गुल, गोक्षुरादि कषाय, पुनर्नवादि कषाय |
पैकिंग: 10, 25 टेबलेट।